Article

नवरात्रि विशेष: इन नौ दिनों में किन बातों का रखें ध्यान ?

नवरात्रि मुहूर्त :-

06 अप्रैल (शनिवार)

घटस्थापना मुहूर्त = 06:19 से 10:26 (06 अप्रैल 2019)

प्रतिपदा तिथि प्रारम्भ = 14:20 (05 अप्रैल 2019)

प्रतिपदा तिथि समाप्त = 15:23 (06 अप्रैल 2019)

तिथि : 16, चैत्र शुक्ल पक्ष, प्रतिपदा, विक्रम सम्वत 

हिन्दू धर्म में नवरात्री का एक अलग ही उत्साह देखने को मिलता है, यह पर्व साल में दो बार मनाया जाता है। जिसमे नौ दिनों तक माता दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। चैत्र नवरात्र चैत्र माह के शुक्ल पक्ष में आते हैं। इस वर्ष यह 06 अप्रैल 2019 से शुरू होकर 14 अप्रैल 2019 तक चलेंगे। इन नौ दिनों में माता दुर्गा की पूजा करने से  घर में सुख शांति, यश, वैभव तथा मान सम्मान आदि मिलता है।

यह भी पढ़ें:- प्रथम नवरात्रि : माता शैलपुत्री की पूजन विधि और पौराणिक कथा !​

नवरात्रि के अवसर पर नौ दिनों में माता दुर्गा के अन्य नौ रूपों की प्रत्येक दिन क्रमशः पूजा होती है- सर्वप्रथम दिन माँ शैलपुत्री , द्वितीय दिन माँ ब्रह्मचारिणी, तृतीय दिन माँ चंद्रघंटा, चतुर्थ दिन माँ कुष्मांडा, पंचम दिन माँ स्कंदमाता, षष्टम दिन माँ कात्यायिनी, सप्तम दिन माँ कालरात्रि, अष्टम दिन माँ महागौरी तथा नवम दिन माँ सिद्धदात्री की पूजा की जाती है। इस व्रत को महिलाओं के साथ साथ पुरुष भी बड़ी श्रद्धा के साथ रखते हैं।

यह भी पढ़ें:- ऐसे मनाएं नवरात्रि का त्यौहार मिलेगा नवदुर्गा का आशिर्वाद !

भक्ति दर्शन एंड्रॉयड मोबाइल ऐप डाउनलोड करने के लिए क्लिक करें

देवी पूजन की विधि :

माता की पूजा का विशेष विधान होता है जिसका इन नौ दिनों ​में बहुत ध्यान रखना चाहिए। माता की प्रतिमा की स्थापना एक चौकी पर की जाती है, जिस पर एक लाल या पीला कपड़ा बिछाकर उस पर मूर्ति को रखना चाहिए। पूर्ण विधि विधान से कलश की स्थापना करनी चाहिए, दुर्गा सप्तशती का पाठ भी करना उत्तम है। माता को चढ़ाने के लिए नारियल, पान, सुपारी, लौंग, इलायची, श्रृंगार पिटारी आदि की व्यवस्था भी करनी चाहिए।

नवरात्रि में अखंड दीपक का जलना अत्यंत शुभ माना जाता है, याद रखिये की अखंड ज्योति के लिए मिटटी, ताँबे अथवा पीतल का दिया लेना चाहिए और इसे चावल की ढ़ेरी के ऊपर रखना चाहिए। दीया घी अथवा तिल के तेल का ही जलाना चाहिए। प्रत्येक दिन पूजा के बाद हवन कराना भी आवश्यक है, इससे पूजा का पूर्ण फल साधक को मिलता है। इसके अलावा माता को भोग के लिए हलवा पूरी, मिष्ठान इत्यादि चढ़ाना चाहिए।

नवरात्रि के व्रत में ध्यान रखने योग्य बातें :

  • माता दुर्गा पर तुलसी पत्र तथा दूर्वा घास नहीं चढ़ाना चाहिए।
  • माता की प्रतिमा अथवा तस्वीर पर शेर आक्रामक मुद्रा में नहीं होना चाहिए।
  • यदि घर पर अखंड ज्योत जलाई है, तो घर को अकेला छोड़ कर न जाएँ। घर पर कोई न कोई मौजूद होना चाहिए।​

भक्ति दर्शन एंड्रॉयड मोबाइल ऐप डाउनलोड करने के लिए क्लिक करें

  • जूट अथवा ऊँन के आसन पर बैठकर ही पूजा करें।
  • ज्योति प्रतिमा के बायीं ओर तथा यदि ज्वार बोये हैं तो वह प्रतिमा के दायीं ओर रखने चाहिए।

नौ दिन इन बातों का रखिये ख़ास ख्याल:

  • नवरात्रि के दौरान घर पर कोई भी बाल, दाढ़ी-मूंछ तथा नाख़ून आदि न कटायें।
  • नवरात्रि में लहसुन-प्याज, मांस-मदिरा आदि का परहेज़ अत्यंत आवश्यक है।
  • व्रत रखने वाले लोगों को चमड़ा किसी भी प्रकार इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, और न ही काले रंग के कपड़े पहनने चाहिए।
  • व्रत के नौ दिनों में खाने के लिए अनाज तथा नमक का प्रयोग नहीं करना चाहिए। साधारण नमक के स्थान पर सेंधा नमक इस्तेमाल कर लीजिये।
  • नवरात्रि के समय ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।   

संबंधित लेख :​​​​