कार्तिक माह में कई बड़े पर्व मनाए जाते हैं. जिनमे से एक है अहोई अष्टमी व्रत.
अहोई अष्टमी का व्रत क्यों रखा जाता है ? अहोई अष्टमी व्रत करने से क्या फल मिलता है?
कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी का व्रत रखा जाता है.
इस बार अहोई अष्टमी का व्रत 17 अक्टूबर को रखा जाएगा.
करवा चौथ के 4 दिन बाद अहोई अष्टमी का व्रत रखा जाता है.
इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा का विधान है.
कहते हैं इस दिन महिलाएं अपनी संतान की लंबी आयु के लिए निर्जला उपवास रखती हैं.
करवा चौथ का व्रत चांद के दर्शन के बाद पूरा होता है
और वही अहोई अष्टमी का व्रत तारा देखकर खोला जाता है.