अखिर भगवान विष्णु हमेशा शांति से शेषनाग पर क्यों लेटे रहते हैं,
आखिर वो हमें इससे क्या प्रेरणा देना चाहते हैं?
दरअसल भगवान विष्णु का ये बेहद शांत स्वरूप लोगों को
बुरे वक्त में संयम और धीरज रखने के साथ - साथ मुश्किलों को नियंत्रण करने की प्रेरणा देता है
भगवान विष्णु जो पूरी सृष्टि के संचालक है
वो इतनी बड़ी जिम्मेदारी के बावजूद वे क्षीर सागर के काली रूपी नाग पर निश्चित होकर विश्राम करते हैं
ऐसे में वे चिंतन करते हुए नजर आते हैं की मानव जगत में उत्पन्न तमाम समस्याओं का समाधान खोज रहे हो
और इस तस्वीर में क्षीर सागर को सुख का प्रतीक माना गया है
और शेषनाग को काल यानि दुःख का प्रतीक माना गया है
ऐसे में नारायण का यह स्वरूप काल, दुख, विपत्तियों और भय से मुक्त होकर
हर परिस्थिति में संभव की स्थिती में रहने की प्रेरणा देता है