सोई हुई किस्मत को जगाये ये उपाय
1. रोज सुबह उठकर अपनी हथेलियां देखे- रोज सुबह जब आप उठें तो सबसे पहले दोनों हाथों की हथेलियों को कुछ पल देखकर चेहरे पर तीन चार बार फेरे। धर्म ग्रंथों के अनुसार, हथेली के ऊपरी भाग में मां लक्ष्मी, बीच में मां सरस्वती व नीचे के भाग में भगवान विष्णु का स्थान होता है। इसलिए रोज सुबह उठते ही अपनी हथेली देखने से भाग्य चमक उठता है।
2. पहली रोटी गाय को दें- भोजन के लिए बनाई जा रही रोटी में से पहली रोटी गाय को दें। धर्म ग्रंथों के अनुसार, गाय में सभी देवताओं का निवास माना गया है। अगर प्रतिदिन गाय को रोटी दी जाए तो सभी देवता प्रसन्न होते हैं और आपकी हर मनोकामना पूरी कर सकते है।
3. चीटियों को आटा डालें- अगर आप चाहते हैं कि आपकी किस्मत चमक जाए तो रोज चीटियों को शक्कर मिला हुआ आटा डालें। ऐसा करने से आपके पाप कर्मो का क्षय होगा और पुण्य कर्म उदय होंगे। यही पुण्य कर्म आपकी मनोकामना पूर्ति में सहायक होंगें।
4. देवताओं को फूलों से सजाए- घर में स्थापित देवी-देवताओं को रोज फलों से सजाना चाहिए। इस बात का ध्यान रखें कि फूल ताजे ही हो। सच्चे मन से देवी देवताओं को फूल आदि अर्पित करने से वे प्रसन्न होते हैं व व्यक्ति के जीवन की हर परेशानी दूर कर सकते हैं। स्नान करने के बाद तोड़े गए फूल ही भगवान को चढ़ाना चाहिए, ऐसा नियम हैं।
5. सुबह करें झाडू- पोछा - घर को हमेशा साफ- स्वच्छ रखना चाहिए। रोज सुबह झाडू पोछा करें। सूर्यास्त के बाद झाडू पोछा नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी रूठ जाती हैं और व्यक्ति को आर्थिक हानि का सामना भी करना पड़ सकता है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, जो व्यक्ति सूर्यास्त के बाद झाडू-पोछा करता है, देवी लक्ष्मी उस घर में निवास नहीं करती और वहां से चली जाती हैं।
6. मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएं- अपने घर के आस-पास कोई तालाब, झील या नदी का चयन करें। जहां बहुत सी मछलियां हो। जहां रोज जाकर आटे की गोलियां मछलियां को खिलाएं। मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का यह बहुत ही अचूक उपाय है।
7. पीपल पर जल चढ़ाए- रोज सुबह स्नान आदि करने के बाद पीपल के पेड़ पर एक लोटा जल चढ़ाए। मान्यता है कि पीपल में भगवान विष्णु का वास होता है। रोज ये उपाय करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और शुभ फल प्रदान करते ळें
8. घर खाली हाथ ना जाएं- बाहर से जब भी आप घर में प्रवेश करें तो कभी खाली हाथ ना जाएं। घर में हमेशा कुछ ना कुछ लेकर प्रवेश करें। चाहे वह पेड़ का पत्ता ही क्यों ना हो।